भारत देश ; गिरता स्तर और पुनरुत्थान
भारत देश : परिचय
पूरे विश्व में भारत को "सोने की चिड़िया" के नाम से जाना जाता हैं!
अगर आज के कुछ सैंकडो वर्ष पहले देखा जाऐ तो ये बात सत्य प्रतीत होती है!
क्योंकि उस समय के और वर्तमान भारत में काफी बदलाव देखने को मिलते है!
उस समय के भारत में वास्तव में मनुष्यों का व्यवहार सोने के समान खरा और चाँदी सा शीतल हुआ करता था, किसी भी जाति अथवा पंथ का कोई भेदभाव नही था! सब प्यार से बिना कोई राग द्वेष के रहा करते थे! सभी मेहनत कर के ही खाते थे!
उस समय भजन कीर्तन और अध्यात्म को सर्वोपरि माना जाता था! भारत देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान तक फैला हुआ था, जिस कारण भारत के पास संसाधनों की कोई कमी नही होती थी! भारत संसाधन सम्पूर्ण देश हुआ करता था!
भारत देश और देश का विभाजन :
जब किसी देश में इतने संसाधन और मेहनत करने वाले लोग हो तो जाहिर सी बात है कि अन्य दुष्ट देश और शासक उस पर कब्जा करके उसे लुटने का प्रयत्न करेंगे!
ऐसा ही भारत देश के साथ हुआ और बहुत से शासको जैसे मुगल वंश, बाबर की सेना, गुलाम वंश आदि ने भारत पर आक्रमण किये और भारत को लुट कर ले गये!
इन सब ने तो देश को नुक्सान तो पहुँचाया ही पर देश को शारिरीक और मानसिक रूप से बुरी तरह तोड़ने का कार्य अंग्रेजी हुकूमत ने किया!
जिसने भारत के कई टुकड़े कर दिये और देश के संसाधन तथा देश का खजाना लुट कर अपनी झोली भर ली!
हालाँकि देश को 1947 में अंग्रेजी हुकूमत से आजादी तो मिल गई पर देश फिर से उतना नहीं उठ पाया जितना पहले था!
कभी चीन द्वारा हमला तो कभी पाकिस्तान से कारगिल युध्द जिस कारण देश और पिछे हो गया! देश में आर्थिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्तर गिरता ही चला गया!
पर क्या इसका कोई समाधान नही है जिस से भारत देश को पुनः विश्व गुरु बनाया जा सके?
भारत देश का पुनरुत्थान :
चुँकि हमारा देश अध्यात्म को अत्यधिक महत्व देता हैं तो जाहिर सी बात है कि भारत देश का पुनरुत्थान भी अध्यात्म से ही संभव है!
तो काफी जाँच पड़ताल के बाद हमने पाया कि 👇
वर्तमान समय में केवल और केवल संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान उपदेश को सुन कर और उनके द्वारा बताये जा रहे भक्ति मार्ग पर चल कर ही भारत देश को पुनः विश्व गुरु का दर्जा दिलाया जा सकता हैं!
संत रामपाल जी महाराज ही विश्व में एकमात्र ऐसे संत है जो शास्त्रों, वेदों, गीता जी, पवित्र कुरान शरीफ, पवित्र बाइबिल, गुरु ग्रंथ साहेब जी में वर्णित साधना को स्वयं भी कर रहे है और अपने अनुयायियों से भी करवा रहे हैं!
संत जी स्वयं भी इस बात को काफी बार कह चुके है कि अगर पुरा विश्व भी उन से नाम उपदेश ले कर उनके द्वारा बतायी जा रही सत भक्ति मर्यादा में रह कर करे तो सम्पूर्ण विश्व का भी कल्याण होगा और मोक्ष प्राप्त होगा!
अतः आप सभी से करबध निवेदन है कि आप भी एक बार संत रामपाल जी महाराज का सत्संग अवश्य सुने 👏
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Very nice & outstanding POST g 👏
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